लेखनी कहानी -01-Jul-2023

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चुपके-चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है- चुपके-चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है दूर जाके फिर न आना नज़रें चुराना याद है डाकिया न चिट्ठी ही भेजे ये गली सूनी ...

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